हास्यपूर्ण शुभ प्रभात शुभकामनाएँ भाई के लिए

अपने भाई को हंसाने के लिए सुनहरे हास्यपूर्ण शुभ प्रभात शुभकामनाएँ। ये मजेदार संदेश आपके भाई के दिन को खुशियों से भर देंगे!

भाई, सुबह का समय है, उठो और खिड़की से बाहर झांककर देखो, सूरज भी तुम्हारे आलस्य पर हंस रहा है!
शुभ प्रभात भाई! तुम्हारे आलस्य से तो सूरज भी परेशान है, थोड़ा जल्दी उठो!
भाई, तुम्हारी नींद तो नशे से भी गहरी है। शुभ प्रभात और जल्दी उठो!
शुभ प्रभात! तुम्हारी नींद का कोई मुकाबला नहीं, लेकिन आज उठने का समय है!
भाई, तुम्हारी सुबह की चाय तो मुझे भी चाहिए, लेकिन पहले उठो!
सुबह-सुबह तुम्हारी मुस्कान देखना चाहता हूँ, इसलिए जल्दी उठो नहीं तो तुम्हारी चाय ठंडी हो जाएगी!
भाई, तुम्हारी नींद इतनी प्यारी है कि सूरज भी तुम्हें जगाने में हिम्मत हार गया!
उठो भाई! तुम्हारी नींद ने तो मुझे भी सोने पर मजबूर कर दिया है!
भाई, तुम जैसे आलसी भाई को देखकर सूरज भी सोचता है, 'क्या मैं भी आलसी हो सकता हूँ?' शुभ प्रभात!
सुबह उठने की ट्रेनिंग कब करोगे भाई? शुभ प्रभात!
भाई, उठो और दिन की शुरुआत करो, नहीं तो तुम्हारे सपने तुम्हें मुझसे पहले जगाएंगे!
शुभ प्रभात! तुम्हारी नींद से ज्यादा गहरी कोई चीज नहीं, चलो उठो!
भाई, तुम्हारी नींद तो मुझे भी हंसी में डाल देती है, शुभ प्रभात!
तुम्हारी सुबह की चाय मुझे चाहिए, लेकिन पहले तुम उठो! शुभ प्रभात भाई!
भाई, तुम्हारी नींद का तो कोई मोल नहीं, पर मेरा दिन तुम्हारे बिना अधूरा है! शुभ प्रभात!
तुम्हारे आलस्य को देखकर सूरज भी सोच रहा है कि उसे भी देर से उठना चाहिए। शुभ प्रभात!
भाई, तुम उठो या नहीं, लेकिन आज सुबह सूरज ने तुम्हारे लिए खास चमक बनायी है!
भाई, तुम्हारी नींद के आगे तो खुद बिस्तर भी हार मान जाता है! शुभ प्रभात!
सुबह-सुबह तुमसे बात करने का मन कर रहा है, उठो नहीं तो मैं खुद तुम्हारे पास आऊँगा!
भाई, उठो और मुझे बताओ कि आज तुम क्या नया आलस्य करने वाले हो!
शुभ प्रभात भाई, तुम्हारी नींद इतनी गहरी है कि मुझे भी तुम्हारे लिए सोने का मन कर रहा है!
भाई, आज सुबह उठने के लिए कोई बहाना नहीं है! शुभ प्रभात!
तुम्हारी नींद को तो महाराज भी सलाम करते हैं। शुभ प्रभात भाई!
अरे भाई, तुम्हारी नींद ने तो सबको हंसा दिया है। अब उठो और दुनिया को अपनी मुस्कान दिखाओ!
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